वोटरों के अधिकारों के लिए श्री विश्वात्मा के 20 वर्षों के लम्बे संघर्ष के बाद विश्व दर्शन दिवस 17 नवम्बर 2016 को वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल का पंजीकरण हुआ. अंतर्राष्ट्रीय संधि- गैट (GATT) द्वारा बाज़ार के विश्वव्यापी हो जाने के बाद इस पार्टी के संस्थापक ने सैकड़ो सांसदों के सामने वोटरों के पैदाइशी आर्थिक, राजनीतिक और अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों पर कानून बनाने और अंतर्राष्ट्रीय संधि करने को कहा. किन्तु उनके पार्टी प्रमुखों ने मना कर दिया. फिर इस पार्टी की स्थापना किया गया. यह पार्टी उक्त कार्यों के आलावा मुख्य रूप से यूरोपियन यूनियन की तर्ज़ पर भारत के पड़ोसी देशों का यूनियन यानी अखंड भारत बनाने, न्यायप्रिय राजनीति के लिए राजनीतिक वित्त की नई व्यवस्था बनाने, शाशन की जगह मांशन को देने के लिए राज्य का न्यायिक ढाचा विकसित करने, संयुक्त राष्ट्र का ढांचागत सुधार करने, गरीबी रेखा के नीचे और ऊपर के समाज को, अनुसूचित जातियों व जनजातियों को, पिछड़े वर्गों और महिलाओं को उनकी जनसंख्या के अनुपात में राष्ट्र के राजनीतिक व प्रशासनिक पदों, शिक्षण संस्थानों , आमदनी और संपत्ति में हिस्सेदारी दिलाने के लिए कार्यरत है. बहुत ही कम समय में इस पार्टी से लाखो लोग जुड़ गए और यह पार्टी भारत की राजनीति और सरकारों की प्रमुख प्रेरणास्रोत बन गयी है.