गंदी राजनीति सुधारने और व्यक्तित्व विकास के लिए दीमापुर में शिविर आयोजित किया वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने

दीमापुर (नागालैंड) 19 मई 2019। यूरोप में सैकड़ों साल पहले बनाई गई वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था को नई पीढ़ी की जरूरतों के अनुकूल नए सिरे से निर्मित करने के लिए और जीवन में सफलता की कला सिखाने के लिए दीमापुर के कुछ समाजसेवी लोगों ने 3 दिवसीय शिविर का आयोजन किया यश डॉन बॉस्को स्कूल के सभागार में आयोजित हुआ शिविर का आयोजन वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के मंच पर किया गया जिसमें पूरे नागालैंड के अलग अलग जनपदों के बुद्धिजीवियों और समाज सेवकों ने भाग लिया शिविर में भाग लेने वाले लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए दिल्ली से वीपीआई के नीति निर्देशक श्री भरत गांधी पहुंचे।
उन्होंने 3 दिन तक लोगों को अपने अंदर झांकने और अपने व्यक्तित्व को विकसित करने की कला और विज्ञान सिखाया उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन की सफलता के लिए जरूरी है कि वह इस बात की तलाश करें कि उसके अंदर प्रकृति ने कौन सा गुण दिया है जो अन्य लोगों की तुलना में अधिक शक्तिशाली है उन्होंने कहा कि इस को पहचानने के बाद ही जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और लक्ष्य निर्धारित होने के बाद कठोर परिश्रम शुरू कर देना चाहिए उन्होंने कहा की केवल आत्म साक्षात्कार और परिश्रम ही सफलता नहीं देता अपितु कानून साक्षात्कार भी करना चाहिए और यह देखना चाहिए जो कानून उसके जीवन की बाधा है उन कानूनों को सुधारने के लिए अन्य लोगों के साथ संगठित प्रयास करना चाहिए उन्होंने कहा कि संगठित प्रयास को राजनीति नहीं समझना चाहिए यह व्यक्तित्व विकास के लिए जरूरी है।
राज व्यवस्था और अर्थव्यवस्था पर दर्जनों पुस्तकों के लेखक विश्वात्मा भरत गांधी ने कहा के आज की पूरी राजनीतिक व्यवस्था राष्ट्रवाद के संकीर्ण सोच पर बनी है जिस में निर्यात के लिए सभी देशों की सरकारें अपने अपने देश के 90% लोगों तक पैसा नहीं पहुंचने देती इसके लिए सरकारों ने तमाम कानून बना रखे हैं इसलिए केवल सस्ते निर्यात के लिए आर्थिक तंगी जानबूझकर बनाकर रखी गई है इसलिए इसे एक गरीबी नहीं कहा जा सकता यह कृतिम गरीबी है इसलिए इसको आर्थिक गुलामी कहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आर्थिक गुलामी खत्म करने के लिए यूरोप की तर्ज पर सभी देशों की साझी संसद सदरी सरकार साझा न्यायालय सीजी पुलिस साजिद सेना और शादी करेंसी नोट बनाना जरूरी हो गया है उन्होंने कहा कि देशों का सा जात होने के बाद केवल निर्यात के लिए बनाकर रखी जाने वाली कृतिम गरीबी का औचित्य समाप्त हो जाएगा और युद्ध की तैयारियों के लिए किया जा रहा व्यय लोगों की समृद्धि बनाएगा उन्होंने कहा कि आज जबकि पढ़े लिखे लोगों का काम मशीनों ने छीन लिया और कम पढ़े लिखे लोगों का काम ट्रैक्टर बुलडोजर और जेसीबी मशीनों ने छीन लिया तो सभी लोगों को रोजगार देने की बात केवल नासमझी का सबूत है इसलिए उन्होंने कहा की मशीनों के परिश्रम से और प्राकृतिक संसाधनों के कारण जो खरबों रुपया हर महीना पैदा हो रहा है उसे बिना शर्त प्रत्येक वोटर के खाते तक पहुंचाने के लिए वोटरशिप कानून बनना चाहिए इस कानून के बनने से हर वोटर के खाते में देश की औसत आमदनी की आधी रकम यानी लगभग ₹6000 पहुंचने लगेगा और इससे गरीबी गुलामी कृतिम गरीबी बेरोजगारी खत्म हो जाएगी और खतरनाक आर्थिक विषमता नियंत्रण में आ जाएगी।
श्री विश्वात्मा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर में संशोधन की जरूरत आ पड़ी है क्योंकि यह अप्रासंगिक हो गया है। नई परिस्थितियों में जब इंटरनेट ने पूरी दुनिया को जोड़ दिया है तो राष्ट्रवाद की पुरानी परिभाषा नहीं चल सकती इसलिए नागरिकता संप्रभुता राष्ट्रीयता लोकतंत्र के परंपरागत परिभाषा में बड़े बदलाव की जरूरत आ पड़ी है उन्होंने कहा कि विश्व परिवर्तन मिशन से जुड़े संगठन यही काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि जब संसद में सैकड़ों सांसदों ने वोटरशिप का प्रस्ताव प्रस्तुत किया और वह एक्सपर्ट कमेटी द्वारा स्वीकार हो गया फिर भी इसको ठंडे बस्ते में डाल दिया गया तब सन 2016 में वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल का गठन किया गया उन्होंने कहा कि यह पार्टी सभी पार्टियों के होटलों के आर्थिक अधिकारों के गद्दे के लिए काम कर रही है इसलिए इसका संविधान सर्वदलीय स्वरूप का बना है जो अनोखा है
दीमापुर के डॉन बॉस्को स्कूल परिसर में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की कड़े इंतजाम किए थे इस कार्यक्रम का आयोजन वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के प्रदेश कमेटी ने श्रीमती चुकी हरा लो के नेतृत्व में किया। कोहिमा से कैडेजो ओखा शिलांग से श्रीमती एलिजाबेथ दीमापुर से केडेन्बा वालिंग, निपाटोली, केनी सेखोसे, होकुघा वोफ्सा, एन आंग्मी, तेंजेम्कला जेमियस, और खंडाओ आदि लोगों ने विश्वा का दर्द गांधी का धन्यवाद ज्ञापन किया और खुली चर्चा के दौरान वीपीआई के प्रशिक्षण शिविर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। दोपहर में 1 घंटे के भोजन अवकाश के अलावा प्रशिक्षण शिविर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शुरू होता था और शाम 6 बजे तक चला। शिविर में आर्थिक आजादी आंदोलन के असम प्रदेश अध्यक्ष तरनी बासुमतारी और वीपीआई के असम प्रदेश अध्यक्ष ललित पेगू ने भी भाग लिया।

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